#madhubala
समय जब दस्तक दे,
मूह मत फेरना कभी।
लौटता नहीं वक्त,
आज को जी कर ही अपने नाम कर सकते हैं हम…
ऐसे ही नहीं जिंदगी मिलती लुटा ने को,
इसको जज्बातों और कोशिशों से सीचा जाता हैं।
कैसे यूहीं जिंदगी से मुंह फेर सकते है हम,
जब जिंदगी नसीब वालों को मिलती हैं।
सच्चाई को गले लगा,
परिस्थितियों का सामना कर,
फिर कैसा ख़ौफ़,
और कैसा संकोच?
जिंदगी एक सफ़र हैं,
तह करना ही हैं,
तो मुस्कराहट को गले लगा,
खुशी बांटने में अपना ध्यान लगा।
आज हैं,
कल हो ना हो।