पलट!

रहेगा याद,

हर पल जो गुजरा…

देख कर आज,

कल अब बीते कल सा ना होगा!

हिम्मत जो लगती है,

वो हर किसी में कहा…

जो होती तो,

पीठ नही सामना होता।

ए-ज़िंदगी,

मंज़ूर है तू…

अब कहा सब खुद के हाथ में है होता।

क्या करे,

लकीरों से पूछकर कोई जवाब नही मिलता…

जो ख़ुदा ही मंज़ूर होता,

बस वो ही होता हैं!

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