
मोहलत नही मिलती ज़िंदगी मे,
सीधा सामना करना पढ़ता है।
फिर चाहे कोई तूफ़ान हो,
या कोई ख़ुशी का पेगाम हो।
बहुत कुछ होता है,
जो बयान नही किया जाता।
कर भी दो तो,
समझना सबके बस का कहा!
खुद से ही गुफ़्तगू कर लो,
खुद से बेहतर खुद का कोई साथ नही दे सकता।
जब ज़िंदगी मे रास्ते ने करवट ली हो,
और दिल दिमाग़ मे हलचल हो,
तो खुद को हिम्मत से एक जुट रखना।
खुद का ध्यान,
ध्यान से रखना,
जंग तो चलती रहेगी दर्द से,
क्यूँकि इस दिल ने भी हिम्मत छोड़ देना सीखा नही।