
सोच के देखा था,
समझना ज़रूरी नहीं लगा।
ख़ुदको खो कर,
पाने में इस कदर जुटी रही,
की ज़माने ने कब क्या सोचा यह नही सोचा।
सोच के देखा था,
समझना ज़रूरी नहीं लगा।
ख़ुदको खो कर,
पाने में इस कदर जुटी रही,
की ज़माने ने कब क्या सोचा यह नही सोचा।
Let's dive in!
inspiration, the fuel of life